शुक्रवार, अक्तूबर 07, 2011

रावण लीला

लाख प्रयत्न के बाद भी
कलियुगी रामू के अग्निबाण से
रावण जब नहीं जला तो
रामू ने विभीषण से पूछा
अबे ये मरेगा कैसे
विभीषण बोला हे देव
इसका अमृत कुंड तो
स्विस नाभि में जमा है
वहीं बाण चलाओ
, तभी मरेगा
रामू बोला अबे पगला गया है का
वहाँ बाण मारूँगा तो गड़बड़ हो जायेगी
लंका के साथ साथ
माता की अशोक वाटिका भी
भस्म हो जायेगी
और यदि सचमुच रावण मर भी जायेगा
तो मेरी जगह बाबा राम देव कब्जा जमायेगा
और वही पुष्पक विमान में बैठकर अयोध्या जायेगा
बात यहीं समाप्त हो जाती तो मान भी जाता
अपनी पगड़ी उतार कर झंझट से मुक्ति पाता
लेकिन राजगद्दी में धर्मसंकट पैदा हो जायेगा
रालेगाँव के भरत के गद्दी छोड़ने के लिए
क्या शत्रुघन की टीम मान जायेगा
रे विभीषण कुछ नया आईडिया है तो समझा
नहीं तो कुछ दिनो के लिए अज्ञातवास चला जा
अपनी एडवाईजर की पोस्ट जाता देख
विभीषण घबराया
मानस पटल पर गंभीरता लाया
फिर बोझिल मन से फरमाया
हे देव, दम है तो एक काम कीजिए
अपनी प्रक्षेपण दिशा विपरीत कीजीए
ंचस्थ रावणों का सर्वनाश कीजीए
मानता हूँ इससे आपका भी नाश हो जायेगा
लेकिन यकीन मानिए
आपका नाम शहीदों में गिना जायेगा ...  जय हो  

6 टिप्‍पणियां:

  1. बेहतरीन ||

    बहुत बहुत बधाई ||

    dcgpthravikar.blogspot.com

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  2. हा हा हा हा जय हो एश करो संजय बाबू

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  3. फुर्सत के कुछ लम्हे--
    रविवार चर्चा-मंच पर |
    अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति के साथ,
    आइये करिए यह सफ़र ||
    चर्चा मंच - 662
    http://charchamanch.blogspot.com/

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  4. आज कुछ कागज के पुतलो ने भी जलने से इंकार कर दिया, इंद्र देव की मदद ले भीगकर रक्षा की

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