भौतिकी की कक्षा में
हावर्ड में शिक्षा प्राप्त
अर्थशास्त्री अध्यापक ने
बॉयल और चार्ल्स का नियम समझाया
किसी नियत तापमान पर,
गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन
उसके दबाव के व्युत्क्रमानुपाती होता है !
बॉयल का नियम कहलाता है
किसी नियत दबाव पर,
गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन
उसके परमताप के समानुपाती होता है ।
चार्ल्स का नियम कहलाता है
दर्शन शास्त्र में रूचि रखने वाले
समाज शास्त्र के छात्र को
यह माजरा कुछ यूँ समझ में आया
उसे बायल गरीबों का
और चार्ल्स अमीरो का
मसीहा नजर आया
उसने दोनो नियमों को
कुछ इस तरह
भारतीय परिवेश में आत्मसात कराया
जो सरकारी प्रयासों के तौर पर
मानस पटल पर छप कर आया
किसी नियत कमाई पर,
गरीब के भूख का आयतन
मँहगाई के व्युत्क्रमानुपाती होता है ।
गरीब बायल का नियम कहलाया
किसी नियत व्यापार पर,
अमीर के तिजोरी का आयतन
मँहगाई के समानुपाती होता है ।
अमीर चार्ल्स का नियम कहलाया
क्या मेरा ये प्रवचन आपके समझ आया ????? !! जय हो !!
बहुत अच्छी कविता है ..चलिए अब अपनि आप जैविक क्रियायों की चिंता कीजिये...क्युकी अगर वो डांवाडोल हुई तो घर के बजट का गणित बिगान देगी ...और फिर कहीं आपके और भाभी जी की chemistry खराब न कर दे भ्राताश्री..हहह्हहहह्हा ...Sanjay Mahapatra
जवाब देंहटाएंhaa haa haa मास्टरी से बाज नही आये मियां पर बच्चो को ऐसे समझाया जाये तो हमारे यहां घर घर मे राकेट साईटिस्ट मिलने लगेंगे :) :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ....कुछ अलग सी कविता ...
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